
जेईई मेन (JEE Main) 2018 परीक्षा की महत्वपूर्ण जानकारी के साथ परीक्षा में सफलता पाने की टिप्स
जेईई मेन (Joint Entrance Examination) Main2018 की परीक्षा के लिए कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। यह परीक्षा सीबीएसई (CBSE) के द्वारा 8 अप्रैल को ऑफलाइन और 15-16 अप्रैल को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। जेईई मुख्य(JEE Main) परीक्षा कुल 258 देश-विदेश के परीक्षा केंद्रों में होगी।
इस परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र आधिकारिक वेबसाइट www.jeemain.nic.in पर जारी किए जा चुके हैं। परीक्षा के दौरान प्रवेश पत्र ले जाना नहीं भूलें।
परीक्षा स्कीम-
पेपर 1- बीई/बीटेक कोर्स के लिए जेईई मेन (JEE Main) परीक्षा दो मोड (ऑफलाइन/ऑनलाइन) में आयोजित की जाएगी।
पेपर-2 बीआर्क/बीप्लानिंग कोर्स के लिए केवल ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
ध्यान रहें- उम्मीदवार ऑफलाइन परीक्षा के लिए 4 और ऑनलाइन परीक्षा के लिए केवल 1 परीक्षा केंद्र का चयन कर सकते हैं।
प्रयास की संख्या-
- उम्मीदवार जेईई मेन (JEE Main) परीक्षा अधिकतम तीन बार दे सकते हैं।
आईआईटी चयन प्रक्रिया-
- उम्मीदवार का जेईई एडवांस्ड के लिए जेईई मेन परीक्षा में पास होना अनिवार्य है। कैंडिडेट्स को कॉलेज में दाखिला दो लिखित परीक्षा के आधार पर दिया जाएगा।
महत्वपूर्ण तारीख-
ऑफलाइन मोड |
8 अप्रैल 2018 |
ऑनलाइन मोड |
15-16 अप्रैल 2018 |
उत्तर कुंजी और ओएमआर जारी |
24-27 अप्रैल 2018 |
रिजल्ट |
30 अप्रैल 2018 |
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जेईई मेन (JEE Main) के बारे में-
इस परीक्षा के द्वारा छात्राओं को इंजीनियरिंग/ वास्तुकला कार्यक्रमों में प्रवेश मिलता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। जो सीबीएसई आयोजित करती है।
छात्रों को एनआईटी आईआईआईटी, सीएफटीआई, एसएफआईऔर अन्य संस्थानों में जेईई मुख्य (JEE Main)परीक्षा के आधार पर दाखिला मिलता है।इसके बाद जेईई एडवांस्ड (JEE Advanced) 20 मई 2018को आयोजित की जाएगी।
जेईई मेन (JEE Main) परीक्षा के लिए टिप्स-
जो अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी काफी समय से कर रहे हैं, उन्हें इन टिप्स के बारे में जरूर जानना चाहिए,जिनसे परीक्षा में सफलता पा सकते हैं।
1. समय प्रबंधन
छात्रों को सभी विषयों को समान महत्व देना चाहिए, एक टाइम टेबल तैयार करके उसे रोज फॉलो करें। हर विषय पर कितना समय लग रहा है उसका ध्यान रखें। एक- दो घंटे की पढ़ाई के बाद बीच में ब्रेक जरूर लें।
2. सिलेबस और पैटर्न-
उम्मीदवारों को तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस और प्रारूप को अच्छे से समझ लेना चाहिए। उसके बाद जेईई मेन (JEE Main) के सिलेबस के आधार पर अपना पूरे दिन का शेड्यूल बनाएं।
3. स्टडी मेटिरयल-
एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें दो साल पढ़ने के बाद परीक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। हर छात्र को मॉक एग्जाम रोज करने चाहिए। परीक्षा में आने वाले हर टॉपिक केमॉक टेस्ट पेपर से प्रैक्टिस करें।
4. जेईई मॉक पेपर-
- छात्रों को अध्ययन के अलावा जेईई मेन (JEE Main) के पिछले साल के प्रश्न पत्रों से तैयारी करनी चाहिए।
- इन पेपरों को हल करने से स्पीड बढ़ती है और छात्र को परीक्षा पैटर्न के बारे में पता चलता है।
- ज्यादातर जेईई मेन (JEE Main) परीक्षा में उम्मीदवार असफल इसलिए होते हैं क्योंकि परीक्षा में योजना की कमी होती है।
- परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर को पढ़ने में कम से कम 15 मिनट का समय दें।
- गति और सटीकता महत्वपूर्ण पहलू हैं, जो ज्यादा से ज्यादा अभ्यास से आते हैं।
- रोज प्रैक्टिस से गलती होने की संभावना कम होती है, जिससे हाई स्कोर प्राप्त कर सकते हैं।
- हफ्ते में दो या दिन में टेस्ट पेपर से तैयारी करें। इससे आपकी स्पीड बढ़ेंगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा। रोज जो भी पढ़ें उसे अगले दिन दोहराना ना भूलें।
- स्टूडेंट्स को ज्यादा प्रयास से फायदा तो होता ही है, लेकिन उसके साथ अपने ऊपर आत्मविश्वास रखना जरूरी होता है।
जेईई परीक्षा में एनसीईआरटी की केमिस्ट्री और फिजिक्स किताबों से पढ़ना ना भूलें।
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