यूपीएससी आईएफएस (UPSC IFS) परीक्षा 2017 की आवेदन करने की महत्वपूर्ण तारीखें
Published on : 20th November 2017 Author : Tanvi Mittal

यूपीएससी (Union Public Service Commission) आयोग राष्ट्रीयस्तर पर कई पदों के लिए सरकारी नौकरी निकालता है। यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में योग्य उम्मीदवारों को बड़ें स्तर पद के लिए चयनित किया जाता है।
यूपीएससी के द्वाराआईएफएस (Indian Forest Services) परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। यह सारी प्रवेश परीक्षाओं में से सबसे मुश्किल परीक्षा है। यूपीएससी आईएफएस 2017 परीक्षा के लिए उम्मीदवार के पास स्नातक डिग्री इन विषय पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, भूविज्ञान, भौतिकी, गणित, सांख्यिकी और प्राणी विज्ञान में होनी चाहिए।
इसके अलावा संवैधानिक एंजेसी यूपीएससी आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS), सीडीएस (CDS), एनडीए (NDA) आदि की भी परीक्षा आयोजित कराता है।
आईएफएस (IFS) परीक्षा 2017 के प्रारूप और पाठ्यक्रम के बारे में जानें...
महत्वपूर्ण तारीखः
आवेदन आमंत्रित- 22 फरवरी 2017
आवेदन पत्र की आखिरी तारीख- 17 मार्च 2017
प्रारंभिक परीक्षा- 18 जून 2017
मुख्य परीक्षा- 3 दिसंबर 2017
परीक्षा का प्रारूप-
- प्रारंभिक (Prelims) चरण में दो पेपर होते हैं। एक पेपर में कुल 200 प्रश्न आते हैं।
- मुख्य (Main) परीक्षा चरण में 6 पेपर होने के बाद साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। परीक्षा कुल 1400 अंक की होगी।
- उम्मीदवारों को नेतृत्व कौशल, निर्णय लेने और अन्य गुणों के मापदंडों के आधार पर जांचा जाता है।
प्रारंभिक (Prelims) परीक्षा पाठ्यक्रम-
- सामान्य अध्ययन(General Studies)
- नागरिक सेवा योग्यता परीक्षा (Civil Services Aptitude Test)
मुख्य (Main) परीक्षा पाठ्यक्रम-
- सामान्य ज्ञान (General knowledge)
- सामान्य अंग्रेजी (General English)
- वैकल्पिक विषय-1, प्रश्न पत्र-1 (Optional subject-1, Question Paper-1)
- वैकल्पिक विषय-1, प्रश्न पत्र-2 (Optional subject-1, Question Paper-2)
- वैकल्पिक विषय-2, प्रश्न पत्र-1 (Optional subject-2, Question Paper-1)
- वैकल्पिक विषय-2, प्रश्न पत्र-2 (Optional subject-2, Question Paper-2)
साक्षात्कार (Interview):
- उम्मीदवार के मुख्य परीक्षा में योग्य होने के बाद अगले चरण साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। यह चरण 200 अंक का होता है।
- उम्मीदवारों को कौशल परीक्षण के आधार पर परखा जाता है। और उनकी निर्णय लेने की क्षमता को देखा जाता है।
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